Wednesday 25 January 2017

"ॐ ब्रह्म देवाय नम:"....
ॐ सिद्ध आत्माय नम: ,
ॐ पूण्य आत्माय नम: ,
ॐ दिव्य आत्माय नम: ,
ॐ पवित्र आत्माय नम: ,
ॐ दयालु आत्माय नम:....
सम्पूर्ण ईश्वर....सम्पूर्ण आस्था.... ’शत-प्रतिशत’......यह मान कर कि प्रत्येक शरीर में आत्मा का निवास है....Just An Attachment with Body....कब तक ?...पक्का...नहीं मालुम !!! ...जय हो....हार्दिक स्वागत....जय-गुरुवर....प्रणाम...इस 'प्रण' के साथ कि 'प्रमाण' में 'प्राण' बसे...Just Because Of You...."अणु में अवशेष"....

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