Sunday 1 November 2015

जय हो....अब यात्रा गुजरात की.....@@@वड़ोदरा (GUJRAT) शहर में किसी भी मंदिर में अतिशीघ्र....तथा “विनायक-मित्रों” के सहयोग से ‘विनायक-योग’ बनता है तो...अन्य शहर के मंदिरों का भी दर्शन लाभ....माह में एक बार.....निशुल्क, सहज, साधारण, सरल....मात्र आनन्द का आदान-प्रदान....कार्य की सफलता में सात्विक कर्मो का समावेश...जैसे प्रार्थना में सात्विक शब्दों का समावेश....इसके साथ ही मस्तिष्क से आवेश का पलायन...

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