Saturday 14 November 2015

जय हो....पिता द्वारा पुत्र को सहज सूत्र सिखाने का कार्य....हम अपने स्वयं के बच्चों से बहुत कुछ सीखते है....मसलन प्रेम, वात्सल्य, स्नेह, त्याग....और बदले में हम क्या करे ?....क्या देवे ??....गुरु दक्षिणा नहीं....मात्र स्नेह-पुरस्कार के रूप में....बस कोई भी मौका देख कर चौका लगाये....मात्र एक उपहार सदा के लिए....जैसे हीरा है सदा के लिए....”कोई भी आसान कार्य आसानी से सिखाने कार्य”....जैसे किसान अपने बच्चों को बैल-गाड़ी चलाना सिखाता है....पिता द्वारा पुत्र को सहज सूत्र सिखाने का कार्य.....नित्य कर्म का दायित्व.....सहज निर्वाह....सायकिल सिखाना, तैरना सिखाना, शतरंज सिखाना, घड़ी का उपयोग तथा प्रयोग सीखाना, शास्त्रों तथा शस्त्र की जानकारी साझा करना, प्रार्थना की अनिवार्यता सिखाना, नियमितता तथा समय-प्रबंधन का तालमेल सिखाना.....कब ?, क्यों ?, कैसे ?.....सबको सब-कुछ पता हो सकता है....सम्मान का खाता....एकल कदापि नहीं....युग्म द्वारा संचालित.....समय की गति अनुसार संतान कब परकोटा परिवर्तन कर लेती है ?.....देखते ही देखते....निम्न से मध्य....मध्य से समकक्ष.....समकक्ष से उच्च.....राज्य-पक्ष में पदार्पण....सहज स्वयं की दृष्टि के समक्ष.....सृष्टि की संरचना....मात्र प्रार्थना के रूप में.....मात्र पूर्णांक में से प्राप्तांक.....मन की अभिलाषा.....बस 'प्रश्न-पत्र' बन जाये, 'उत्तर-पुस्तिका'....और मिल जाए खुशियों का खजाना.....
"शुभम करोति कल्याणम,
अरोग्यम धन संपदा,
शत्रु-बुद्धि विनाशायः,
दीपःज्योति नमोस्तुते"......copy check होने पर कितने number आते है ?....पूर्णांक में से प्राप्तांक....मात्र परिश्रम का प्रदर्शन.....छैनी-हतौडी का उपयोग, पत्थरों में प्राण-प्रतिष्ठा का आवश्यक अंग हो सकता है....एक प्रश्न एक शिशु से..."What do you want ?"....और वह अपनी ख्वाहिश लिख देता है...सादे कागज़ पर....जैसे कोई लाइन खिचता है कागज़ पर....और परीक्षक को भी अपने दायरे में रहना है...पूर्ण काटने का अधिकार नहीं परन्तु काट-छांट का पूर्ण अधिकार...ठीक बगीचे के मालिक नहीं बल्कि माली के समान....बागवान...बगीचे का भगवान...’विनायक-तृप्ति’....इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हमारा स्वयं का अनुभव होता है..मृग-मरीचिका संभव नहीं....जय-गुरुवर....प्रणाम...इस 'प्रण' के साथ कि 'प्रमाण' में 'प्राण' बसे...Just Because Of You...."अणु में अवशेष"....जय हो....सादर नमन....”विनायक-समाधान” @ 91654-18344...(इंदौर/उज्जैन/देवास)....JUST SEARCH IN “SEARCH-ENGINE”….REGARDS…








No comments:

Post a Comment