Monday 17 April 2017

#राम-राम सा#.....भगवान शिव जी के आराध्य देव प्रभु श्री अभिराम जी के जन्मोत्सव की हार्दिक शुभ कामनाएं…..जब तक #सूरज# , #चाँद# रहेगा....तब तक किसका नाम रहेगा ?....मालुम नहीं....पर #राम# से बड़ा #राम# का नाम...."राम की चिड़िया-राम का खेत"...
जा पर कृपा राम की होई
ता पर कृपा करें सब कोई….
ऐसा कहा जाता है कि #राम# नाम पापो का नाशक और मन को शांत करने वाला है...“राम-राम” के उच्चारण द्वारा हमें १०८ मनके की माला जपनें जैसा पुण्य प्राप्त होता है..अंक नौ(9-NINE)...सिद्ध-पूर्णांक....अक्षय वास्तव मे ऐसा है क्योकि मंत्र शास्त्र के अनुसार "रा" अग्नि का बीज मन्त्र है जो कि पापो को भस्म करने को अग्नि के सिद्धान्त पर काम करता है और इसी तरह "म" चन्द्र का जो मन को शीतल और शांत करके शान्ति देता है....हृदयरोग का इलाज विज्ञान के पास है, लेकिन ह्रदय में निहित ,ईर्ष्या, क्रोध, अभिमान इत्यादि दोषों का इलाज धर्म के पास है....धर्म का निर्वाह करने के लिए स्वयं के लिए बाध्यता नहीं कि हम कोई...पंडित, मौलवी, पादरी बने रहे....परन्तु आस्था का दावा अपने आप में किसी दवा से कम नहीं...आखिर आस्था जीवन का आधार है.....तब हम स्वय को सन्त के रूप में आत्मसात कर सकते है...यत्र-तत्र-सर्वत्र.....यह याद रखते हुए कि सन्त का अन्त कदापि नहीं….आदमी मुसाफिर है....आता है-जाता है.....कोई किसी के पास कुछ ही कारणों से आता-जाता है..भाव में, अभाव में या प्रभाव में....भाव में आया है तो प्रेम....अभाव में आया तो मदद....प्रभाव में आया तो प्रसन्न होना लाज़मी है कि प्रभु ने क्षमता दी है.....किसी को खुश करने की कला....मात्र स्वयं का अनुभव.......मात्र शब्दों का आदान-प्रदान.....विनायक क्रमचय-संचय....निरंतर...वर्ष 2007 से...एक दशक विश्वास का.....25000 से भी ज्यादा मित्रो से सहज “विनायक-वार्तालाप”......यह मानते हुए कि प्रत्येक मित्र निपुण होता है...निपुणता नामक गुण प्रत्येक को प्रकृति द्वारा प्रदत्त अनमोल...अनुपम...अमूल्य...अदभुत...उपहार होता है...जीवन की गति का अनुभव....COPY, PASTE & EDIT……तत्पश्चात......Save, Send, Publish....हार्दिक स्वागतम.....विनायक सामाधान @ 91654-18344.... इंदौर / उज्जैन / देवास...

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