कक्षा
चौथी का किस्सा, जिंदगी भर का हिस्सा....हरपाल सिंह एवं बूढ़े बाबा की
कहानी....देखने-सुनने में ये पांचों बाते बड़ी-भारी लग सकती है..शुद्ध रूप
से स्कुल की बातें....बस इसी आधार पर अनुपालन और आत्मसात करने में कठिनाई
की जगह संकोच महसूस हो सकता है...मगर यह सत्य है कि कार्य की आसान शुरुआत
के लिए समस्त कथन खुद के अतिरिक्त किसी और पर लागू नही होते है...तब
सरल-सन्देश के तहत निम्न उपाय कहीं-भी, कभी-भी प्रयोग में लाये जा सकते
है....
1- हर एक काम इमानदारी से करो !
2- जो भी तुम्हारा भला करे, उसका कहना मानो !
3- अधिक योग्य बने बिना, बड़ों से बराबरी का दावा मत करो !
4- कभी किसी को दिल दुखाने वाली बात मत कहो !
5- जहाँ भी ज्ञान की दो बातें मिलें, उसे ध्यान से सुनो !
याद आया ना.......कक्षा चौथी का किस्सा, जिंदगी भर का हिस्सा..
1- हर एक काम इमानदारी से करो !
2- जो भी तुम्हारा भला करे, उसका कहना मानो !
3- अधिक योग्य बने बिना, बड़ों से बराबरी का दावा मत करो !
4- कभी किसी को दिल दुखाने वाली बात मत कहो !
5- जहाँ भी ज्ञान की दो बातें मिलें, उसे ध्यान से सुनो !
याद आया ना.......कक्षा चौथी का किस्सा, जिंदगी भर का हिस्सा..
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