Monday 26 December 2016

जनी अचरजु करहु मन माहीं।
सुत तप तें दुर्लभ कछु नाहीं।।
तपबल तें जग सृजइ बिधाता। तपबल बिष्नु भए परित्ताता।।
तपबल संभु करहिं संघारा। तप तें अगम न कछु संसारा।।
"सत्यम-शिवम्-सुंदरम".....हर हर महादेव...शतरंज की चालों का खौफ उन्हें होता है ....जो सियासत करते है और रियासत की चाह रखते है.......अखण्ड ब्रहमांड के राजा महाकाल के भक्त है तो न हार का डर, न जीत का लालच....चिन्ता हो ना भय...सम्पूर्ण निर्भय....’हर-हर महादेव’....चिन्तामण चिन्ता हरे । कष्ट हरे महाँकाल ।। हरसिध्दी माँ सिध्दी दे । आशीष दे गोपाल ||…..
Happiness comes when you believe in what you are doing,
know what you are doing, and love what you are doing......SIMPLE...पौ-बारह...कब ?, क्यों ?, कैसे ?...आओ इसका पता लगायें.....किसी पहलु पर आवश्यकता के अनुरूप सोचने में तो समानांतर सोचने वाले की आवश्यकता महसूस हो सकती है....आपकी प्रसन्नता और खुशहाली ही विनायक समाधान की सफलता है....सदा आपके साथ......हार्दिक स्वागत.....विनायक समाधान @ 91654-18344....( इंदौर / उज्जैन /देवास )...जय हो....भले पधारो सा…जय श्री महाकाल....

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