Saturday 24 December 2016

*मैं आप लोगो के साथ हूँ ये मेरा भाग्य है।*
*पर आप सभी लोग मेरे साथ है यह मेरा सौभाग्य है..*
"उत्सव आमार जाति, आनंद आमार गोत्र”...
हर हर महादेव.....ॐ नम: शिवाय !!
गंगातरंग रमणीय जटाकलापं
गौरीनिरंतर विभूषित वामभागम।
नारायण प्रियमनगं मदापहारं
वाराणसीपुरतपतिं भज विश्वनाथम।।
नमः सर्वहितार्थाय जगदाधार हेतवे।
साष्टांङ्गोऽयं प्रणामस्ते प्रयत्नेन मया कृतः।।
पापोऽहं पापकर्माहं पापात्मा पापसम्भवः।
त्राहि मां पार्वतीनाथ सर्वपापहरो भव।।
ॐ नम: शिवाय !!....
रूचि, सुख, रस, प्रीति का विस्तार हर कोई करना चाहता है...उत्साह-अनुत्साह, आशा-निराशा, सिद्धि-असिद्धि, अनुकूल-विपरीत परिणाम का सामना करने की शक्ति हर एक की आवश्यकता हो सकती है...तब सबसे अनुकूल तथा श्रेष्ठ मार्ग भक्तिपथ ही सिद्ध होता है...और इस मार्ग मे ये पाँच अवरोध बड़े काँटो के रूप मे प्रस्तुत हो सकते है...
"जातिविद्यामहत्वम च रूपं यौवनमेव च....
यत्नेन परिहर्तव्य: पंच्यैते भक्ति कण्टका:"...
.यथा जाति का अभिमान, विद्या का घमण्ड, धन-ऐश्वर्य-पद का गौरव, शरीर का सौन्दर्य और उफनती जवानी...
33 कोटि पूण्य-आत्माओं का जन्म.....महामृत्युंजयस्तोत्रम् का स्वत: उद्गम.....स्वमेव उद्गार.....ॐ से लेकर स्वस्तिक चिन्ह तक......शुद्धता की कसौटी मात्र प्रतिशत (%) में.....बिंदु रूपी चौराहे से लेकर रेखाओं रूपी रास्तों तक.....सम्पूर्ण धर्म का आव्हान....सबसे बड़ा सत्य....गुरु साक्षात् परमब्रह्म.....तस्मै श्री गुरुवै नम:....परमब्रह्म की सत्यता को शिष्य ससम्मान स्वीकार करता है...सत्यमेव जयते…सत्यम, शिवम् , सुन्दरम....मुख्य-धारा अर्थात सनातन धारा...हर घर मे परिवार...और परिवार मे प्रत्येक सदस्य के लिये...पूजा-स्थल...पूजा-साधना के लिये शिव-परिवार....सर्वोत्तम, आदर्श परिवार...परिवार मे गुरु सर्वोपरि.....विशिष्ट-फल की प्राप्ति के लिये सुगम आराधना...गुरु-स्वरूप स्वयं शिव....शक्ति-स्वरूप माता....
the power of LOVE...
whenever love glows, it is bliss...
a state of perfect happiness.....
इसी प्रेम से गणपति और कार्तिकेय की सिद्धियां प्रसारित होती है...सबसे बड़ा सत्य...आदमी अपनी कुशलता से कितना भी आगे चला जाये, फिर भी एक समय मे खुद को ऐसे स्थान पर खड़ा पाता है, जहाँ से उसे आगे का रास्ता मालुम नही होता है...बस यह मानना होगा कि यहीं से ईश्वरीय सत्ता शुरू होती है....बातों-बातों में....खेल-खेल मे....चलते-फिरते....सादर नमन्...जय हो..."विनायक-चर्चा" हेतु हार्दिक स्वागत....विनायक समाधान @ 91654-18344...INDORE/UJJAIN/DEWAS...


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