Saturday 24 December 2016

सादर नमन्....जय हो... विगत नौ वर्षो से विनायक समाधान का प्रस्तुतीकरण अत्यंत सहज रखने का प्रयास होता रहा है....यह अनुभव रहा कि सहजता को सहेजने में सहज परिश्रम करने का परिणाम भी सहज होता है...यह सहज उपलब्धि “महज” नहीं होती है...यह बात सहज अवश्य है कि सहज को “महज” नाम से भी पुकारा जा सकता है....परन्तु सहज के अनेक रूप भी हो सकते है...साधारण,सम,गम्भीर,उत्कृष्ट,विशेष या आपके अनुरूप....सहज के रंग हजार....मगर प्रत्येक का सहज सम्मान... न हार का डर.....न जीत का लालच.....सहज श्रध्दा...सहज प्रार्थना...सहज भक्ति...सहज आस्था.... मात्र वायुमंडल के श्रृंगार हेतु सहज एवम स्वैच्छिक उपाय..... मात्र सहज श्रवण, कीर्तन, चिन्तन, मनन.... सहज हार्दिक स्वागत.... आप सभी सहज आमंत्रित है... एक ही सहज प्रार्थना..."सर्वे भवन्तु सुखिनः"++एक ही सहज आधार "गुरू कृपा हिं केवलमं"..... पूर्व निर्धारित समय हमेशा की तरह सहज सुविधा सिध्द होती रहेगी.... विनायक समाधान @ 91654-18344....इंदौर/उज्जैन /देवास....



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