Vinayak Samadhan
Where you search beyond your imagination
Tuesday, 13 October 2015
Vinayak Samadhan: ...परम आनन्द....जय हो... ईश्वर भले ही पत्थर की मूर...
Vinayak Samadhan: ...परम आनन्द....जय हो... ईश्वर भले ही पत्थर की मूर...
: ...परम आनन्द....जय हो... ईश्वर भले ही पत्थर की मूर्ति हो...पर यह शाश्वत सत्य है कि वह आकर्षण रखता है..उच्च, समकक्ष या मध्यम...यह आकर्षण ती...
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