.....”तृतीय स्वरूप”.....जय
हो....सादर नमन....प्रणाम......सहज पर्व उल्लास का, एकाग्रता का, शक्ति का, साधना
का...एक पावन-निमंत्रण मात्र शक्ति की आराधना का....एक उत्सव शक्ति ग्रहण करने
का...
“या देवी सर्वभूतेषु माँ चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
पिंडजप्रवरारुढ़ा चन्दकोपास्त्रकैर्युता !
प्रसादं तनुते मह्यं चन्द्रघंटेति विश्रुता !!
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
पिंडजप्रवरारुढ़ा चन्दकोपास्त्रकैर्युता !
प्रसादं तनुते मह्यं चन्द्रघंटेति विश्रुता !!
दुर्गा जी का तीसरा अवतार चंद्रघंटा हैं....देवी के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र होने के कारण
इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है....अपने मस्तक पर घंटे के आकार के अर्धचन्द्र को
धारण करने के कारण माँ "चंद्रघंटा" नाम से पुकारी जाती हैं....अपने वाहन
सिंह पर सवार माँ का यह स्वरुप युद्ध व दुष्टों का नाश करने के लिए तत्पर
रहता है.....चंद्रघंटा को स्वर की देवी भी कहा जाता है......देवी चंद्रघंटा का स्वरूप बहुत ही अद्भुत है......इनके दस हाथ हैं जिनमें
इन्होंने शंख,
कमल, धनुष-बाण, तलवार, कमंडल, त्रिशूल, गदा आदि शस्त्र धारण कर रखे हैं.....इनके माथे पर
स्वर्णिम घंटे के आकार का चांद बना हुआ है और इनके गले में सफेद फूलों की माला है.....माँ
चंद्रघंटा की सवारी सिंह है.....माना जाता है कि इनके घंटे की तेज व भयानक ध्वनि
से दानव, अत्याचारी और राक्षस डरते हैं....देवी
चंद्रघंटा की साधन करने वालों को अलौकिक सुख प्राप्त होता है तथा दिव्य ध्वनि
सुनाई देती है..... सर्वमंगल मांग्लये शिवे सर्वार्थ
साधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुति।।
जयन्ती
मंगला काली भद्रकाली कृपालिनि।शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुति।।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।।
या देवि सर्वभूतेषु मातृ रूपेण संस्थिता
नमस्तस्ये नमस्तस्ये, नमस्तस्ये नमो नमः।।
……..जय श्री माँ हरसिद्धि देवी हो सदा प्रसन्न!
……..ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे !!
…….शुभ नवरात्रि महापर्व….माँ दुर्गा आपकी रक्षा करें…..आप सभी को नवरात्री की हार्दिक मंगलकामनाएँ……।। जय माता दी ।।…....प्रत्येक चित्र, मित्र के रूप में....एक ‘निमंत्रण-पत्रिका’ या ‘VISITING CARD’ या ‘BANNER’ या ‘HOARDING’....जो भी हो....पर है....BECAUSE OF YOU…..हम इस दुनिया-दारी में गुम हो जाते है....तब गुम-शुदा की तलाश या गुमनाम.....तब कोई तो हो जो FIR अर्थात्....’रपट दर्ज करे’.....और गाँव की पुलिया पर लिखा है कि पानी ज्यादा होने पर “रपट पार करना मना है”....हार्दिक स्वागतम…..”विनायक समाधान” @ 91654-18344...(INDORE/UJJAIN/DEWAS)...
……..ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे !!
…….शुभ नवरात्रि महापर्व….माँ दुर्गा आपकी रक्षा करें…..आप सभी को नवरात्री की हार्दिक मंगलकामनाएँ……।। जय माता दी ।।…....प्रत्येक चित्र, मित्र के रूप में....एक ‘निमंत्रण-पत्रिका’ या ‘VISITING CARD’ या ‘BANNER’ या ‘HOARDING’....जो भी हो....पर है....BECAUSE OF YOU…..हम इस दुनिया-दारी में गुम हो जाते है....तब गुम-शुदा की तलाश या गुमनाम.....तब कोई तो हो जो FIR अर्थात्....’रपट दर्ज करे’.....और गाँव की पुलिया पर लिखा है कि पानी ज्यादा होने पर “रपट पार करना मना है”....हार्दिक स्वागतम…..”विनायक समाधान” @ 91654-18344...(INDORE/UJJAIN/DEWAS)...
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