जय हो...मन की बात....सभी सम्मानीय एवम प्रिय मित्रो को सादर नमन***विनायक
सामाधान***की ओर से समय-समय पर विभिन्न विषयों पर पोस्ट या सन्देश आपके
समक्ष आते रहें है...ख़ुशी एवं हर्ष होता है जब आप लाईक या शेयर करते
है....यह परिश्रम का सम्मान होता है....यही प्रोत्साहन उत्साह प्रदान करता
है....आप देखेंगे कि हर सन्देश किसी भी प्रपंच से मुक्त हो कर हमेशा
तरोताजा एवम सहज प्रतीत होगा....प्रत्येक सन्देश समस्त मित्रो को समर्पित
है...प्रत्येक सन्देश मर्यादित, अध्ययन तथा अनुभव के साथ प्रस्तुत है...ज्ञात
हो कि**विनायक सामाधान**में कोई धर्मगुरु या लेखक या सदस्यता या अन्य कोई
व्यवसायीकरण हरगिज नहीं.....कदापि नहीं....प्रत्येक सन्देश एक निमन्त्रण
है….शब्दों के श्रृंगार द्वारा....आमने-सामने की चर्चा में शामिल होने
हेतु.....सकारत्मक उर्जा को सकारात्मक शक्ति में परिवर्तित करने हेतु
.....वर्तमानं पर विचार हेतु....मात्र इस निर्णय हेतु कि हम कहाँ है ? और
कहाँ जाना चाहते है ? भुत-भविष्य पर तो अनेक स्थानों पर चर्चा का आयोजन
होता है.....चर्चा पूर्णतः सहज, निशुल्क, स्वरचित रेखाओ पर केन्द्रित होकर
ईशान कोण का सम्मान करते हुए होती है....चमत्कार से कोई वास्ता नहीं परन्तु
गणनाए प्रत्येक योग में महत्त्व रखती है....सम्पूर्ण जीवन की गणना हो सकती
है परन्तु मृत्यु हेतु गणना अनिश्चिंत होती है...सभी प्रकार के मित्रो से
चर्चा का सौभाग्य रहा....उच्च, समकछ तथा मध्यम...उसी अनुसार इस सहज और
साधारण सेवा को मत प्राप्त हुए....उच्च, समकछ तथा मध्यम...विनम्र निवेदन है
कि.....कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन । मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते
संगोऽस्त्वकर्मणि...॥47॥....हमारा अधिकार कर्म करने में हो फल में
नहीं.....ना जीत का लालच....ना हार का डर.....कोई आसक्ति नहीं.... एक ही
प्रार्थना..."सर्वे भवन्तु सुखिनः" एवम् एक ही आधार "गुरू कृपा हिं
केवलमं".....आप सभी आमंत्रित है...हार्दिक स्वागत...पूर्व निर्धारित समय
हमेशा की तरह सुविधा सिध्द होती रहेगी....विनायक सामाधान @ 91654-18344....
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