Monday 28 September 2015

आनन्द तो सुनिश्चिन्त होने में है कि सही दिशा में ही कार्य करना हे....उर्जा सहज में ज्यादा व्यय हो, परन्तु सही या गलत के डर में उर्जा का अपव्यय हरगिज न हो...इससे एकाग्रता भंग भी हो सकती है...और यह डर दूर करने के लिए हमें सुसंगति की आवश्यकता पड़ सकती है...अच्छे मित्रो का संग हमें हर पल या प्रतिदिन सुरक्षा का अहसास करवाता है....अच्छे मित्रो से चर्चा या वार्तालाप एक बेहतरीन या सहज या सुन्दर या मजेदार शौक हो सकता है....ठीक एक पुस्तको की अलमारी के समान....जब इच्छा हुई तब संपर्क....एक निर्धारित नियत समय....बाध्यता कदापि नहीं...परन्तु नियम शत-प्रतिशत अनिवार्य...क्योंकि मित्र को समझना हमारा नैतिक कर्तव्य हो सकता है....आखिरकार मित्रो के मध्य सहयोग तथा स्नेह का आदान-प्रदान होता है...हम किसी भी वास्तु या वस्तु या पुस्तक या चित्र या मित्र से इस तरह के सम्बन्ध कायम कर सकते है....मानो, जैसे....हमेशा के लिए....हमारे लिए...या सबके लिए....सुसंगति का प्रत्यक्ष लाभ यह होता है कि हमारे वायुमंडल अर्थात व्यक्तित्व में सहज आकर्षण उत्पन्न हो सकता है...जो वरदान सिद्ध हो सकता है....ठीक जैसे, स्त्रीत्व को सुन्दरता का वरदान या पुरुषत्व को बलवीर होने का वरदान हो सकता है....सुसंगति का सुनिश्चिन्त परिणाम..."मजबूत पुरुषार्थ"...यह भी सहज अवगत हो कि पुरुषार्थ को मजबूत बनाने के लिए मात्र सहज सात्विक कर्म आवश्यक हो सकते है...नियमित, प्रतिदिन, दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, त्रैमासिक, अर्धमासिक, वार्षिक या स्वयं के आनंद अनुसार....हम अपने इर्द-गिर्द अनेक सफल मजबूत पुरुषार्थ वाले व्यक्तित्व देख सकते है, हम स्वयं के बारे में भी मनन, चिंतन कर सकते है...क्योंकि हम एक नहीं अनेक आसन मजबूती से ग्रहण करना चाहते हैं...स्नान आसन, पूजा आसन, भोजन आसन, राज्य-पक्ष आसन (अर्थ आसन) इत्यादि...समस्त आसन पूर्ण सात्विक आसन...और सात्विकता में जड़त्व का पड़ाव उत्तम पुरुषार्थ की मजबूत शुरुआत हो सकती है.....जय हो....शेष चर्चा अति-शीघ्र....ससम्मान.....सादर नमन्......”विनायक-चर्चा” हेतु सादर आमंत्रित…..फुर्सत के क्षणों में शब्दों का आदान-प्रदान अर्थात चर्चा का योग, समय अनुसार.....उच्च, समकक्ष या मध्यम....शुद्ध रूप से....स्वयं का निर्णय हो सकता है...आमने-सामने...face to face...शब्दों का सम्मान...पूर्ण स्वतंत्रता के साथ....हार्दिक स्वागत...विनायक समाधान @ 91654-18344...(उज्जैन/इन्दौर/देवास)…






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