Wednesday 2 November 2016

जागना जरुरी है...जो जागत है, सो पावत है...जगत मे रह कर, जगत की प्राप्ति की लालसा मनुष्य ही कर सकता है.....जागते रहो....भगवान की पूजा नहीं होती बल्कि उन लोगों की पूजा होती है जो उनके नाम पर बोलने का दावा करते हैं....अगर हम दुनिया के इतिहास को देखे, तो पाएंगे कि सभ्यता का निर्माण उन महान ऋषियों और वैज्ञानिकों के हाथों से हुआ है,जो स्वयं विचार करने की सामर्थ्य रखते हैं......जो देश और काल की गहराइयों में प्रवेश करते हैं.....उनके रहस्यों का पता लगाते हैं और प्राप्त ज्ञान का उपयोग विश्व श्रेय या लोक-कल्याण के लिए करते हैं.....शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है....ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें परिपूर्णता देता है....शिक्षा का परिणाम एक मुक्त रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए.....जो ऐतिहासिक परिस्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं के विरुद्ध लड़ सके....शब्द वह साधन हैं जिसके माध्यम से हम विभिन्न पहलुओं के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं...उत्तम शब्दों से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची खुशी मिलती है...उत्तम शब्दों से आज्ञा का पालन....सर्वोत्तम संस्कार...साधना से सिद्धि...हर रूप मे सम्भव....मजदुर, कारीगर, कलाकार....साधना की शुरुआत आहार, विहार, सदाचार से....और संलग्न हो सकते है--श्रवण, किर्तन, चिन्तन, मनन....और पड़ाव के रूप मे सत्यम, शिवम् , सुन्दरम....तब ज्ञान के आधार पर संपूर्ण विश्व का मार्गदर्शन संभव है....दीपावली पर जितना प्रकाश, उतना ही कचरा....इस अनुपात पर ध्यान आवश्यक है....जितना प्रकाश, उससे कहीं ज्यादा प्रदूषण....इस व्याधि का निराकरण आवश्यक है....कायदा हर हाल मे फायदा देता है...जयन्ती हो या पूण्य-तिथी....महापुरुषों को हमेशा याद किया जाता है...आनन्द के लिये हम सम्पुर्ण सर्च इंजिन को खंगाल सकते है....तब यह आध्यात्मिक विषय बन जाता है...you may search into Google....just say "vinayak samadhan".....बातों-बातों में....खेल-खेल मे....चलते-फिरते....चाय की दूकान पर अख़बार मे लिखा था....A friend is one of the nicest things we may have.... and one of the best things we may be....और बुजुर्ग कहते आए है...समझदार को इशारा काफी....जैसे सब से उत्तम माफ़ी....समय अपना-अपना....और आदान-प्रदान हो जाए....तो सहज आमने-सामने.....प्रणाम....सब मित्रों के बीच बैठ कर "रघुपति राघव" गाने का आनन्द....मात्र स्वयं का अनुभव.....हार्दिक स्वागतम…..”विनायक समाधान” @ 91654-18344...(INDORE/UJJAIN/DEWAS)

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