Saturday 19 November 2016

शक्ति-पुँज....उज्जैयनी बाबा महाकाल की साधना स्थली है....सृष्टि का एकमात्र स्थल जहाँ 'भस्म-आरती' का विधान है....तब आश्चर्य भरा वैभव....महनीय-नगरी...धर्म, अध्यात्म, संस्कृति, साहित्य, शिक्षा, राजवैभव, ज्योतिष, न्याय, इतिहास, पूरा-सम्पदा, तंत्र-विद्या, उपासना...संपूर्ण सनातन विश्व की पुण्यभूमि, तीर्थभूमि, देवभूमि, तपोभूमि....प्राचीन वैभव का सर्वोत्तम प्रमाण....कालिदास के अनुसार स्वर्ण का कांतिमय खण्ड....बाणभट्ट कहे स्वर्ण मण्डित शिखरों की नगरी...ब्रह्मा जी के अनुसार पृथ्वी का मुकुट...राजशेखर के अनुसार शास्त्रकारों की परीक्षा-स्थली...अमरावती से बढ़ कर...तीनो लोको से न्यारी नगरी...इस महिमावान नगरी की माटी को उत्कृष्ट धर्म-चिंतक और तपस्वी-साधको का पादस्पर्श प्राप्त हुआ है...ब्रह्मा जी, भगवान् शिव, श्री राम, लक्ष्मण, माता जानकी, श्रीकृष्ण, बलराम, परशुराम जी, हनुमान जी, कार्तिक स्वामी, देवी पार्वती, आदि कवि वाल्मीकि, मुनि अगस्त्य, भक्त शिरोमणि प्रह्लाद, महामुनि मार्कण्डेय, दक्ष प्रजापति, अर्जुन...समस्त पौराणिक विभूतियाँ...वर्तमान युग मे महावीर स्वामी, आद्य शंकराचार्य, वल्लभाचार्य, वराहमिहिर, आर्यभट्ट, बाणभट्ट, पीर मत्स्येन्द्रनाथ, संत गोरखनाथ, सम्राट अशोक, चंद्रगुप्त, राजा उदयन, राजा भर्तहरि, राजा विक्रमादित्य, राजा भोज, अहिल्याबाई....और तब कोई आश्चर्य नही...हरि और हर की अभेद-अद्वैत नगरी...एकमात्र हरिहरात्मक नगरी...जहाँ हरिहर मिलन होता है....गोपालजी को शिवप्रिय बिल्वपत्र की माला और महाकालजी को कृष्णप्रिय तुलसीपत्र की माला पहनायी जाती है....और तब एक दूजे के प्रति यही भाव....रूप निरंतर निरखु तेरा...प्रेम अश्रु अविरल छलके....वाणी गाये गान तुम्हारा....प्रेम का रास रमे रग-रग मे....इतना सा अनुग्रह कर दो....मात्र आनन्द के लिये हम सम्पुर्ण सर्च इंजिन को खंगाल सकते है....तब यह आध्यात्मिक विषय बन जाता है...you may search into Google....just say "vinayak samadhan".....बातों-बातों में....खेल-खेल मे....चलते-फिरते.....धारयताम पक्षबलेन...अर्थात HOLD WITH THE STRENGTH OF WINGS...हवा मे टिकने की कला पक्षी बचपन से ही सीख लेता है....और आदमी हवा मे उड़ने की कोशिश करता है...पक्षी के समकक्ष, परन्तु परिंदा अन्ततः....एक कदम आगे...या कहे कि outstanding....गीता में श्री कृष्ण कहते हैं..…सभी प्रकाशीय वस्तुओं में प्रकाश उत्पन्न करनें की ऊर्जा , मैं हूँ...और प्रार्थना करने पर सन्देश मिलता कि DON’T WORRY…..”मै हूँ ना”.....प्रणाम....सब मित्रों के बीच बैठ कर "रघुपति राघव" गाने का आनन्द....मात्र स्वयं का अनुभव....आपकी कृपा से सबका सब काम हो रहा है और होता रहे..... हार्दिक स्वागत......”#विनायक-समाधान#” @ #09165418344#... #INDORE#/#UJJAIN#/#DEWAS#...जय हो...सादर नमन...#Regards#.


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