किसी का भी, किसी भी विषय मे शत-प्रतिशत सही होना असम्भव है.....यही
ज्योतिष-शास्त्र की सिद्धि हो सकती है....जो-जो जब-जब होना
है....होगा...जीवन अपार संभावनाओं का अनंत सागर है....आकलन द्वारा उपाय मे
सरलता हो...छोटे-बड़े की बात कहाँ से आती है ?....इसका उत्तर यही कि चोर की
दाढ़ी मे तिनका का मतलब क्या होता है ?....छल-कपट का मतलब हर शब्द-कोश
मे....तब किसी की अज्ञानता का फायदा हमेशा के लिये सम्भव
नही...जनता-जनार्दन सबसे होशियार....पल मे हो जाये खबरदार...और आदेश की जगह
चेतावनी को गंभीरता से अनुपालन करे...आज की त्वरित आवश्यकता....ज्वलंत
समस्या का समाधान...घर के अंदर हो या बाहर...वृक्ष लगाओ, पर्यावरण
बचाओ....बेटी बचाओ, बहु लाओ...मात्र आनन्द के लिये हम सम्पुर्ण सर्च इंजिन
को खंगाल सकते है....तब यह आध्यात्मिक विषय बन जाता है...you may search
into Google....just say "vinayak samadhan".....बातों-बातों
में....खेल-खेल मे....चलते-फिरते...
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