Friday 4 November 2016

”सदा दिवाली संत की आठों प्रहर आनन्द....
निज स्वरुप में मस्त है छोड़ जगत के फंद”.....
सदगुरु-देव की कृपा...
तमसो मा ज्योतिर्मय......मनुष्य अजर-अमर नहीं है...आत्मा और ज्ञान अजर-अमर है.....और इनकी यात्रा कभी नहीं थमती है....जैसे समय....ना थमता है....ना थकता है....जो कुछ भी है, जिसे हम ईश्वर के नाम से जानते है....वह प्रकाश का ही रूपांतरण है....गीता में श्री कृष्ण कहते हैं..…सभी प्रकाशीय वस्तुओं में प्रकाश उत्पन्न करनें की ऊर्जा , मैं हूँ...और प्रार्थना करने पर सन्देश मिलता कि DON’T WORRY…..”मै हूँ ना”.....प्रणाम....सब मित्रों के बीच बैठ कर "रघुपति राघव" गाने का आनन्द....मात्र स्वयं का अनुभव....आपकी कृपा से सबका सब काम हो रहा है और होता रहे..... हार्दिक स्वागत......”#विनायक-समाधान#” @ #09165418344#... #INDORE#/#UJJAIN#/#DEWAS#...जय हो...सादर नमन...#Regards#....https://www.facebook.com/anuranganathan/videos/10104879867553133/

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